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Faculty
 
Brief Description

Department of HINDI

Head of the Department : Dr. Ashok Vithoba Bachulkar

Established on : 2007

Courses taught : B. A. I, II & III

Departmental Blog URL : amahindidept.blogspot.com

Faculty :

Sr. No

Name of the Faculty

Experience

Qualification

1

Shri. Dr. Ashok Vithoba Bachulkar

22

M. A., Ph. D.

2

Smt. Alka Baburao Mugurdekar

02

M. A.

Research Contribution

Name

Dr. Ashok Vithoba Bachulkar

Smt. Alka Baburao Mugurdekar

No. of Papers Published

45

--

No. of Papers Presented

41

--

No. of Research Project (s)

02

--

Conference/ Seminar/ Workshop organized :

अ. क्र.

दिनांक

संगोष्ठी/कार्यशाळा

आर्थिक सहयोग

1

20 मार्च 2005

बी.ए.भाग-1 :

हिंदी (आवश्यक और ऐच्छिक) तथा

बी.कॉम.भाग-1 :

हिंदी (आवश्यक) नए पाठ्यक्रम पर एक दिवसीय कार्यशाळा

शिवाजी विश्वविद्यालय,

कोल्हापुर

2

9 जनवरी 2010

बी.ए.भाग-3 :

प्रयोजनमूलक हिंदी और भाषाविज्ञान के नए पाठ्यक्रम पर एक दिवसीय कार्यशाळा

शिवाजी विश्वविद्यालय,

कोल्हापुर

3

7 जनवरी 2014

आधुनिकीकरण एवं मानकीकरण विषय पर अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत एक दिवसीय कार्यशाळा

अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत

4

1-2 फरवरी 2014

हिंदी साहित्य में सांप्रदायिक परिदृश्य विषय पर आजरा महाविद्यालय, आजरा, महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई एवं दक्षिण भारत हिंदी परिषद के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित द्विदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी

महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई

5

5 से 12 जनवरी 2016

केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली के संयुक्त तत्त्वावधान में आयोजित हिंदीतरभाषी हिंदी नवलेखक शिविर

केंद्रीय हिंदी निदेशालय, नई दिल्ली

6

20 जनवरी 2017

हिंदी में रोजगार के अवसर विषय पर अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत एक दिवसीय कार्यशाळा

अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत

7

22 दिसंबर 2017 

भाषा, साहित्य और समाज विषय पर अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गतएक दिवसीय कार्यशाळा

अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत

8

16 फरवरी 2021   

बी. ए. भाग –3 :

‘साहित्य सिद्धांत और समालोचना’ (पेपर क्र. VIII और XIII)के पुन:रचित पाठ्यक्रम पर शिवाजी विश्वविद्यालय, कोल्हापुर के संयुक्त तत्त्वावधान में एक दिवसीय ऑनलाइन कार्यशाळा।

शिवाजी विश्वविद्यालय,

कोल्हापुर

9

5 अगस्त 2021

अनुवाद स्वरूप एवं संभावनाएँ विषय पर अग्रणी महाविद्यालय, ऑनलाइन कार्यशाळा।

अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत

10

22 मार्च 2022

साहित्य सर्जन विषय पर अग्रणी महाविद्यालय

योजनांतर्गत एक दिवसीय कार्यशाळा

अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत

Departmental Library : No. of Books      - 50

Alumni Interaction                                 - 14

Parent Communication                         -  01

 

Objective
  1. छात्रों में राष्ट्रभाषा प्रेम और राजभाषा प्रेम, एकता, परस्पर सहयोग एवं सांप्रदायिक सद्भाव दृढ करना।
  2. छात्रों में साहित्यिक अभिरुचि निर्माण करना।
  3. छात्रों में साहित्य की मर्मग्राहिणी क्षमता एवं आलोचनात्मक समझ विकसित करना।
  4. साहित्य और समाज के अंतसंबंध को विश्लेषित करना।
  5. आधुनिक जनसंचार माध्यमों में हिंदी के बढते प्रयोग एवं संभावनाओं से छात्रों को परिचित कराना।
Course Outcome

प्रथम वर्ष – कला

प्रथम सत्र – विशेष ऐच्छिक प्रश्नपत्र  : I

हिंदी कविता

DSE-A13

  1. छात्रों में हिंदी साहित्य के प्रति रुचि निर्माण करना।
  2. छात्रों को हिंदी साहित्य के विविध काव्य रूपों से परिचित कराना।
  3. छात्रों को हिंदी के प्रतिनिधि कवियों से परिचित कराना।
  4. छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की क्षमताओं को विकसित करना।
  5. छात्रों में विविध नैतिक मूल्य एवं राष्ट्रीय मूल्य निर्माण करना।
  6. छात्रों में राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं दायित्वबोध निर्माण करना।
  7. छात्रों की विचारक्षमता को बढावा देना तथा उनमें कल्पनशीलता विकसित करना।

 

द्वितीय सत्र – विशेष ऐच्छिक प्रश्नपत्र  : II

हिंदी गद्य साहित्य

DSE-A14

  1. छात्रों को हिंदी साहित्य के विविध गद्य रूपों से परिचित कराना।
  2. छात्रों को हिंदी के प्रतिनिधि गद्यकारों से परिचित कराना।
  3. कहानी, निबंध, रेखाचित्र, एकांकी, रिपोर्ताज, संस्मरण, व्यंग्य आदि विधाओं के माध्यम से छात्रों में भावात्मक एकता विकसित करना।
  4. छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की क्षमताओं को विकसित करना।
  5. छात्रों में विविध नैतिक मूल्य एवं राष्ट्रीय मूल्य निर्माण करना।

 

द्वितीय वर्ष – कला

तृतीय सत्र –अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी गद्य साहित्य: III

  1. कथा साहित्य का स्वरूप, तत्त्व एवं प्रकारों का अध्ययन करना
  2. समीक्षा मानदंडों के आधार पर कथा साहित्य का अध्ययन करना
  3. कथेतर साहित्य का समीक्षात्मक साहित्य का अध्ययन करना
  4. कथा और कथेतर साहित्य का वर्तमान प्रासंगिकता के  साथ अध्ययन करना

द्वितीय वर्ष – कला

तृतीय सत्र –हिंदी संत काव्य तथा राष्ट्रीय विचारधारा : IV

  1. आधुनिक कविता के सामाजिक संदर्भ स्पष्ट करना
  2. छात्रों को हिंदी के प्रतिनिधि कवियों से परिचित कराना।
  3. आधुनिक कविता का समीक्षात्मक विश्लेषण करना
  4. छात्रों में राष्ट्र के प्रति प्रेम, पर्यावरणबोध  एवं दायित्वबोध निर्माण करना।

 

द्वितीय वर्ष – कला

चतुर्थ सत्र –रोजगारपरक हिंदी : V

  1. हिंदी में कार्य करने की रुचि विकसितकरना
  2. रोजगारोन्मुख शिक्षा एवं कौशल प्रदान करना
  3. हिंदी के विविध रूपों का परिचय कराना
  4. प्रयोजानमूलक हिंदी का परिचय कराना
  5. अनुवाद और व्यावहारिक  लेखन का महत्त्व तथा उपयोगिता से परिचित  कराना

 

द्वितीय वर्ष – कला

चतुर्थ सत्र –अस्मितामूलक विमर्श और हिंदी पद्य साहित्य : VI

1.छात्रों को हिंदी कवियों से परिचित कराना।

2 . छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की क्षमताओं को विकसित करना।

  1. छात्रों में हिंदीहिंदी साहित्य के प्रतिबढाना
  2. छात्रों में नैतिक मूल्य, राष्ट्रीय मूल्य एवं उत्तरदायित्व के प्रती आस्था निर्माण करना।

 

तृतीय वर्ष – कला

पंचमसत्र – विधा विशेष का अध्ययन : VII

DSE-E6

  1. नाटककार कुकुम कुमार की बहुमखी प्रतिभा एवं साहित्य से परिचित कराना।
  2. नाटककार कुकुम कुमार की विचारधारा से परिचित कराना।
  3. नाटककार कुकुम कुमार के निर्धारित नाटक का सूक्ष्म आलोचनात्मक अध्ययन करना।
  4. रचना के आस्वादन एवं समीक्षा की क्षमता विकसित करना।
  5. नाटककार कुसुम कुमार के साहित्यिक स्थान को निर्धारित करना।

 

तृतीय वर्ष – कला

षष्ठ सत्र – विधा विशेष का अध्ययन : XII

DSE-E131

 

  1. उपन्यास के तात्त्विक स्वरूप का परिचय करा देना।
  2. उपन्यासकार चंद्रकांता के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से परिचित कराना।
  3. रचना विशेष का ममहत्त्व समझने एवं मूल्यांकन की क्षमता बढाना।
  4. पाठ्यक्रम में निर्धारित उपन्यास की प्रासंगिकता से अवगत कराना।

 

तृतीय वर्ष – कला

पंचम एवं षष्ठ सत्र – साहित्यशास्त्र और हिंदी आलोचना : VIII और  XIII

DSE-E7और DSE-E132

  1. साहित्य निर्मिति की पर्क्रिया का बोध कराना।
  2. साहित्य के विभिन्न् अंगों एवं भेदों से परिचित कराना।
  3. साहित्य/काव्य की नवीन विधआओं से परिचित कराना।
  4. साहित्य/काव्य के तत्त्वों से परिचित कराना।
  5. समीक्षा सिद्धांतों से परिचित कराना।
  6. अलकारों के स्वरूप एवं पर्कारों से परिचित कराना।

 

तृतीय वर्ष – कला

पंचम एवं षष्ठ सत्र – हिंदी साहित्य का इतिहास : IXऔर XIV

DSE-E8 और DSE-E133

  1. हिंदी भाषा तथा साहित्य की विकास यात्रा से अवगत कराना।
  2. हिंदी साहित्य की विकास यात्रा में हिंदी भाषा के माध्यम से अलग-अलग विचारधाराओं और प्रवृत्तियों से परिचित कराना।
  3. छात्रों में साहित्य समझने तथा उसका मूल्यांकन करने की दृष्टि बढाना।
  4. छात्रों को विभिन्न साहित्यिक विधाओं के विकास क्रम से परिचित कराना।
  5. छात्रों को युगीन सामाजिक, राजनीतिक परिस्थितियों के परिप्रेक्ष्य में हिंदी से अवगत कराना।
  6. इतिहासकारों द्वारा प्रस्तुत काल विभाजन एवं नामकरण को जानने के लिए प्रेरित करना।
  7. हिंदी के प्रमुख संत कवि, उनकी रचनाएँ और समाजसुधार में उनके योगदान से परिचित कराना।
  8. हिंदी साहित्य की विभिन्न विधाओं, उनके उपभेदों से परिचित कराना।
  9. हिंदी साहित्य के आदिकाल से आधुनिक काल तक के संत, कवि तथा लेखकों की विचारधारा और उनके द्वारा निर्मित साहित्य का सामान्य परिचय कराना।

 

तृतीय वर्ष – कला

पंचम एवं षष्ठ सत्र – प्रयोजनमूलक हिंदी : Xऔर XV

DSE-E9 और DSE-E134

  1. हिंदी में कार्य करने की रुचि विकसितकरना
  2. रोजगारोन्मुख शिक्षा एवं कौशल प्रदान करना
  3. पारिभाषिक शब्दावली से परिचित कराना
  4. सरकारी पत्राचार के स्वरूप का परिचय कराना
  5. जनसंचार माध्यमों एवं इलेक्ट्रोनिक माध्यमोंसे परिचित  कराना
  6. अनुवाद स्वरूप, महत्त्व तथा उपयोगिता से परिचित  कराना
  7. रोजगारपरक हिंदी की उपयोगिता से परिचित  कराना

 

तृतीय वर्ष – कला

पंचम एवं षष्ठ सत्र – भाषाविज्ञान और हिंदी भाषा : XIऔर XVI

DSE-E10 और DSE-E135

  1. भाषा के विविध रूपों से परिचय कराना
  2. भाषाविज्ञान का सामान्य परिचय कराना
  3. हिंदी भाषा  एवं लिपि के उद्भव और विकास का परिचय कराना
  4. भाषा की शुद्धता के प्रति छात्रों को जागृत करना
  5. मानक हिंदी वर्तनी और व्याकरण से  छात्रों को परिचित  कराना
Program Outcome
  1. छात्रों में हिंदी भाषा एवं साहित्य के प्रति रुचि निर्माण करना।
  2. छात्रों को हिंदी साहित्य के विविध काव्य रूपों से परिचित कराना।
  3. छात्रों में हिंदी भाषा के श्रवण, पठन एवं लेखन की क्षमताओं को विकसित करना।
  4. छात्रों में विविध नैतिक एवं राष्ट्रीय मूल्य तथादायित्वबोधनिर्माण करना।
  5. छात्रों की विचारक्षमता को बढावा देना तथा उनमें कल्पनाशीलता विकसित करना।
  6. समीक्षा मानदंडों के आधार पर साहित्य का अध्ययन करना
Program Specific Outcome

Coming Soon..

Highlights
    1. मूल्यशिक्षण कोर्स का आयोजन।
    2. छात्रों के लिए पुरस्कारयोजना।
    3. छात्रअध्ययनयात्रा में सहभाग।
    4. छात्र प्रतियोगिताएँ।
    5. छात्र सेमीनार।
    6. फैकल्टीएक्सचेंज प्रोग्राम।
    7. हिंदीदिवससमारोह।
    8. भित्तीपत्रिकाप्रकाशन।
    9. राष्ट्रीय एवं अग्रणी महाविद्यालय योजनांतर्गत संगोष्ठियों तथा कार्यशाळाओं का आयोजन।
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